Friday, September 10, 2010

My Poem : और एक दिन !!!

और एक दिन 
ईश्वर 
खुद आता है
दरवाजे पे तुम्हारे
पूछने
"बोलो क्या चाहिए तुम्हे..??"
और हम सब
हर बार माँग ही लेते हैं
कुछ ना कुछ.. 

-यात्री :)

No comments: